Uthanpadasan (उत्तानपादासन)

                                       उत्तानपादासन 


     उत्तानपादासन का अर्थ है उप्पर उठा हुआ पाँव
     उत्तानपादासन पेट की चर्बी को कम करने के लिए बहोत अच्छा योगासन है  |
     पाचनतंत्र को सुधारता है |कब्ज , पेट दर्द  में  लाभदायक  | 


उत्तानपादासन कैसे करे  ?

उत्तानपादासन की विधि   :-

सर्वप्रथम आसन पर लेटजाए और पैर के दोनों  पँजे जोडले  और  दोनो  हाथ  जंघाओं के नीचे रखे  | 
अब  श्वास भरते हुए दोनों  पैर 1 फ़ीट उप्पर उठाये और श्वास  को  यथाशक्ति रोके और श्वास  छोड़ते हुए पैर धरती पर  रखे | इसप्रकार उत्तानपादासन को 2 या ३ बार दोहराए  | 


उत्तानपादासन के लाभ :-

पेट की चर्बी को कम करता है | पेट की  मांसपेशी को  मजबूत  बनता है | 
 गॅस ,कब्ज , अपचन ,से छुटकारा दिलाता है | पाचनतंत्र का कार्य सुधरता है | 
नाभि को संतुलित करता है | 
रीढ़की की हड्डी को मजबूती  प्रदान  करता है | 




उत्तानपादासन की सावधानियाँ  :-

कमर दर्द में ये आसान नहीं करना चाहिए | 
पेट की सर्जरी होने पर ये आसन नहीं करना चाहिए | 





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