योगमुद्रासन

                                       योगमुद्रासन 

योगमुद्रासन योग को साधने के लिए एक प्रभावशाली आसन है | योग में योगमुद्रासन का महत्व पूर्ण आसनो में शामिल किया गया  है | योगमुद्रासन शारीरिक एवं मानसिक रोगोंमें विशेष लाभदायक है | योगमुद्रासन करने से अपचन, मंदाग्नि, कब्ज से मुक्ति मिलती है  छोटी आंत, बड़ी आंत पर दबाव पड़ता है |  किडनी, लीवर , एवं जठर अग्नि को प्रदीप्त करने में महत्त्व पूर्ण भुमका निभाता है | 



योगमुद्रासन कैसे करे ?


योगमुद्रासन की विधि :-


सर्वप्रथम आसन पे बैठ जाए पद्मासन लगाए और दोनों हाथ मेरुदंड के पास ले जाकर दोनों हाथ की  उँगलियाँ आपसमें  फसाकर lock करले और श्वास को भरते हुए धीरे धीरे हाथ ऊपर करले और श्वास छोड़ते हुए ठोड़ी या सर को धरती पे लगाए  10 से 12 सेकंड रोके ओर सर को ऊपर उठाते हुए  श्वास धीरे धीरे श्वास भरे इस प्रकार इस आसन को 2 या 3 बार दोहराये 


 योगमुद्रासन के फायदे / लाभ 


1) योगमुद्रासन से अपचन, मंदाग्नि , कब्ज़ , छोटी आंत और बड़ी आंत पे दबाव पड़ने से कब्ज की समस्या से छुटकारा मिलता है | 
2) किड़नी, लिवर , को कार्यशील बनता है | 
3 ) जठर अग्नि को प्रदीप्त करके भूक बढ़ाता है | 
4 ) मानसिक तनाव को दुरकरता  है और ध्यान में मनको एकाग्र करने में सहायता करता है | 
5) बवासीर को ठीक करने में योगमुद्रासन सहायक है| 
6) पुरे शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ाता है | 
7) फेफडोंको कार्यशील बनाकर मजबूती प्रदान करता है | 















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