मंडूकासन (Mandukasan)
मंडूकासन
मंडूकासन में शरीर कर आकर मेंढक जैसा होता है इसलिए इस आसन को मंडूकासन कहते है | हिंदीमें मंडूक को मेंढक कहते है |
मंडूकासन मधुमेह को नियंत्रित करनेमें बहुत ही महत्व पूर्ण भूमिका निभाता है | मंडूकासन पाचनतंत्र को मजबूत बनाता है |
मंडूकासन कैसे करे ?
मंडूकासन की विधि :-
Yoga mat या दरी बिछाकर वज्रासन में बैठ जाये |
वज्रासन में बैठ जाएं फिर दोनों हाथों की मुठ्ठी बंद कर लें। मुठ्ठी बंद करते समय अंगूठे को अंगुलियों से अंदर दबाइए। फिर दोनों मुठ्ठियों को नाभि के दोनों ओर लगाकर श्वास बाहर निकालते हुए आगे झुके छाती घुटनो के साथ लगाये सामने देखे और श्वास को यथा शक्ति रोके अब धीरे धीरे श्वास भरते हुए गर्दन को उप्पर उठाये इस प्रकार इस आसन को 2 से 3 बार दोहराये
मंडूकासन के लाभ :-
1) मधुमेह को नियंत्रित करता है |
2) कब्ज को ठीक करता है |
3) जठर अग्नि को प्रदिप्त करता है |
4) अपचन को ठीक करता है,और भूख बढ़ाता है |
मंडूकासन की सावधानी :-
कमरदर्द , घुटनों का दर्द होने पर मंडूकासन किसी योग चिकित्सक के देख- रेख में करे |
पेट का ऑपरेट होने पर यह आसन नहीं करना चाहिए |
मंडूकासन में शरीर कर आकर मेंढक जैसा होता है इसलिए इस आसन को मंडूकासन कहते है | हिंदीमें मंडूक को मेंढक कहते है |
मंडूकासन मधुमेह को नियंत्रित करनेमें बहुत ही महत्व पूर्ण भूमिका निभाता है | मंडूकासन पाचनतंत्र को मजबूत बनाता है |
मंडूकासन कैसे करे ?
मंडूकासन की विधि :-
Yoga mat या दरी बिछाकर वज्रासन में बैठ जाये |
वज्रासन में बैठ जाएं फिर दोनों हाथों की मुठ्ठी बंद कर लें। मुठ्ठी बंद करते समय अंगूठे को अंगुलियों से अंदर दबाइए। फिर दोनों मुठ्ठियों को नाभि के दोनों ओर लगाकर श्वास बाहर निकालते हुए आगे झुके छाती घुटनो के साथ लगाये सामने देखे और श्वास को यथा शक्ति रोके अब धीरे धीरे श्वास भरते हुए गर्दन को उप्पर उठाये इस प्रकार इस आसन को 2 से 3 बार दोहराये
मंडूकासन के लाभ :-
1) मधुमेह को नियंत्रित करता है |
2) कब्ज को ठीक करता है |
3) जठर अग्नि को प्रदिप्त करता है |
4) अपचन को ठीक करता है,और भूख बढ़ाता है |
मंडूकासन की सावधानी :-
कमरदर्द , घुटनों का दर्द होने पर मंडूकासन किसी योग चिकित्सक के देख- रेख में करे |
पेट का ऑपरेट होने पर यह आसन नहीं करना चाहिए |
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